Wed, 29 Oct 2025, 14:52 PM

Description :

विद्यालय समाज की एक व्यवस्थित इर्काइ  है, जो बच्चो ं के विकास मे ं महŸवपूर्ण भूि मका निभाती है।
अतः विद्यालय का स्वरूप कैसा हो तथा उसमं े दी जा रही शिक्षा किस प्रकार की हो, यह अत्यतं ही
महŸवपूर्ण है। विद्यालय में नामांकन से पूर्व यह दायित्व बच्चे के परिवार व समुदाय का होता है, परन्तु बच्चे के विद्यालय मे ं आने के पश्चात् इस कार्य मे ं विद्यालय तथा विशष्े ाकर शिक्षक की भूि मका अहम हो जाती है। विद्यालय मंे प्रवश्े ा के साथ ही बच्चांे के समक्ष कई तरह की चनु ौतियां उत्पन्न होती रहती हं,ै जिनका संबध्ंा विद्यालय के वातावरण, शिक्षको ं तथा सहपाठियो,ं किसी से भी हो सकती है। इन चुनौतियांे का बच्चे के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यदि विद्यालय का वातावरण बच्चो ं के अनुकूल हो ता े इस समस्या को काफी हद तक कम या समाप्त किया जा सकता है। विद्यालय में शिक्षक को अच्छे प्रबन्धक होने के साथ ही कुशल नेतृत्व प्रदान करने की जिम्मेवारी भी निभानी होती है। शिक्षक को बदलते समय एवं परिवेश के अनुसार स्वयं का े बदलना पड़ता है। शिक्षक को विद्यालय संगठन के विभिन्न घटको ं के नियोजन एवं प्रबन्धन का कुशल उपयोग जानना जरूरी है। उसे विभिन्न संसाधनों के उत्तम प्रयोग की समझ होनी भी जरूरी है। विद्यालय की कार्य प्रणाली समुदाय से प्रभावित होती है इसलिए प्रशिक्षुओं को विद्यालय के संचालन एवं दिशा प्रदान करने में समुदाय की सहभागिता की स्पष्ट समझ होनी चाहिए। कक्षावार प्रबन्धन मंे बालिकाआंे एव ं विभिन्न याग्े यता व चनु ौतियांे वाले बच्चो ं का किस प्रकार कक्षा मंे समायाजे न हो जिससे कि सभी बच्चो ं का े समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सक,े इसे विद्यालय संगठन व कक्षा प्रबंधन के संदर्भ में समझना अति आवश्यक है। साथ ही, शिक्षक के लिए मूल्यांकन व आकलन की समझ जरूरी है ताकि वे विद्यालय के विभिन्न आयामांे मंे होनेवाले विकास व परिवर्तन को समझ सके और उस े सही दिशा मे ं ले जाने में सक्षम हो पायें। मूल्यांकन को विभिन्न विधियों को जानने के साथ ही उनके प्रभावी प्रयोग के तरीको
का े भी जानना होगा। विद्यालय के संचालन मंे विभिन्न प्रकार के अभिलेखांे व सूचना पंजिकाओ ं की विशष्ेा भूि मका है जिनके आधार पर कई प्रक्रियाओ ं का निर्धारण होता है। अतः उनक े उपयागे एव ं संधारण के विषय में भी प्रशिक्षुओं मे कौशलों का विकास करना अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। उपरोक्त सभी बिन्दुओं पर व्यापक समझ बनाने के लिये इस विषय मे ं विषयवस्तुआंे का समावश्े ा किया गया है।